हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मानपुर में आयोजित हुआ सास-बेटा-बहु सम्मेलन

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(राम मिलन शर्मा) रायबरेली। जनपद में जन संख्या स्थिरता पखवारा के तहत बुधवार को ब्लॉक खीरों के मानपुर हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सास -बेटा -बहू सम्मेलन आयोजित किया गया जिस का उद्घाटन ग्राम प्रधान रेखा सिंह के द्वारा किया गया। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मानपुर के सामुदायिक स्वास् थ्य अधिकारी(सीएचओ) बीना ने बताया कि स्वास्थ्य उप केन्द्र पर आयोजित सम्मेलन में गुब्बारे के साथ में सास- बेटा-बहु को खेल खिलाया गया। सास बेटा बहु के समूहों को क्रमशः एक दो और तीन गुब्बारे दिए गये और कहा गया कि इन्हें जमीन पर गिरने नहीं देना है हवा में उड़ाना है। सभी ने देखा कि जिस समूह के पास एक या दो गुब्बारे थे वह तो आसानी से गुब्बारों को संभाल पा रहे थे लेकिन जिनके पास तीन या उससे अधिक गुब्बारे थे उन्हें संभालने में दिक्कत आ रही थी और उनका गुब्बारा जमीन पर गिर भी गया। इस तरह के उदाहरण देकर बताया गया कि इसी तरह एक या दो बच्चों की परवरिश जितने बेहतर ढंग से हो सकती है उस तरह से दो से अधिक बच्चों की परवरिश नहीं हो सकती है। इसलिए दो ही बच्चे अच्छे।
इसके साथ ही बास्केट अफ चाइस के माध्यम से विभिन्न प्रकार के परिवार नियो जन के साधनों को अपनाने के बारे में भी जानकारी दी गई द्य नव विवाहित दंपतियों को दो साल तक परिवार नियोजन के साधन अपनाने, दो साल बाद पहला बच्चा और दो बच्चों के बीच में तीन साल का अंतर रखने के बारे में बताया गया।
सीएचओ ने बताया कि इस कार्यक्रम में सास-बहू और बेटा के मध्य समन्वय और संवाद के माध्यम से परिवार नियोजन को लेकर बेहतर माहौल बनाना है जिससे वह प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति अपनी अवधारणाओं, व्यवहार एवं विश्वास में बद लाव ला सकें। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकांश माम लों में देखा गया है कि परि वार नियोजन को लेकर पुरुष का निर्णय सर्वोपरि होता है। इसलिए इस आयोजन में पुरुष की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए बेटे का प्रति भाग करना आवश्यक है।
सास-बेटा-बहू सम्मेलन में शामिल होने वाले लाभार्थी हैं – शादी के एक वर्ष के दौरान नव विवाहित दंपति, एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती, परिवार नियो जन का कोई साधन नहीं अपनाने वाले दंपति, तीन या उससे ज्यादा बच्चों वाले दंपति, ऐसे आदर्श दंपति जिनका पहला बच्चा विवाह के दो वर्ष बाद हुआ हो दूसरे बच्चे में कम से कम तीन वर्ष का अंतराल रखा है।
इस मौके पर आदर्श दंपत्ति सुरेश और संगीता ने अपनी बात सभी से साझा करते हुए बताई कि उनके 03 साल का बच्चा है और उन्होंने परिवार नियोजन का अस्थायी साधन आई यू सी डी अपनाया है। इसके बारे में जानकारी उनके गाँव की आशा दीदी से मिली थी द्य जब उनका बच्चा बड़ा हो जाएगा तभी वह दूसरा बच्चा करेंगे। कार्यक्रम के दौरान 03 नव विवाहित दंपति को शगुन किट भेंट की गईं। आदर्श सास-बहू- बेटा को पुरस्कृत किया गया।
सम्मेलन के दौरान सुपर वाइजर प्रभाकर शुक्ला, ए एन एम सुनीता रमेश सिंह सोनू पाल वा समस्त आशा विनोद सिंह मानपुर, पद्मा सिंह देउली, बिटोला शीतला बक्श खेड़ा, सुमन केसौली, सुमन लक्षीपुर, संतोष कुमारी चकफेरसाह, विजयलक्ष्मी बाशावानखेड़ा, शैल कुमारी कुटकुरी ,आगनवाड़ी विमलेश सिंह देवली, लालती देवी चक फेरशाह,नीलम सिंह मानपुर, आदि लोग उपस्थिति रहें।

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