30 दिनों में 49,966 आयुष्मान कार्ड बनाकर जिले ने बनाया रिकार्ड

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(बीके सिंह) सीतापुर। सूबे के तमाम महानगरों को पछाड़ते हुए सीतापुर ने एक बार फिर बाजी मारी है। आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत बीते 30 दिनों में 49,966 आयुष्मान कार्ड बनाकर सीतापुर जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर जगह बनाई है। जबकि उन्नाव जिला पहले स्थान पर है। जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं जन सेवा केंद्र पर आयुष्मान कार्ड बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इन केंद्रों पर कोई भी पात्र व्यक्ति अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत पहचान पत्र, प्रधानमंत्री या फिर मुख्यमंत्री की चिट्ठी इत्यादि ले जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है।
सीएमओ डा. मधु गैरोला ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत जिले में अब तक 24.61 लाख के सापेक्ष 7.50 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि इस योजना को लेकर सीडीओ अक्षत वर्मा बेहद गंभीर है। वह योजना से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों से नियमित बैठक कर योजना की प्रगति की समीक्षा करते हैं। जिसके चलते आज सीतापुर जिला इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल रहा है। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर 2022 में योजना के चार साल पूरे हुए थे, उस समय तक जिले में करीब 21 प्रतिशत लाभार्थियों के ही आयुष्मान कार्ड बनाए जा सके थे। लेकिन अब तक जिले में 30 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। उन्होंने योजना के सभी पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें और शहर से बाहर जाने पर उसे सदैव अपने पास ही रखें, जिससे किसी भी समय उसका उपयोग किया जा सके।
यह है जिले की तस्वीर
जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत 5,47,215 लाभार्थी परिवार हैं, जिसमें 24,61,625 लाभार्थी व्यक्ति हैं, जिनमें से 7,51,816 आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। जिले के 38,699 लोगों ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से विभिन्न सूचीबद्ध सर कारी एवं निजी अस्पतालों में उपचार का लाभ लिया है।
इन बीमारियों में मिलता लाभ
कार्यक्रम के जिला समन्वयक डा. अभिज्ञान सिंह ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 2,250 बीमारियां शामिल हैं। इसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बाईपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि शामिल है। इन बीमारियों में मरीज के भर्ती होने पर विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार उपलब्ध है।

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