(राममिलन शर्मा) रायबरेली। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन आज दीवानी परिसर रायबरेली में किया गया।
उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन श्री तरुण सक्सेना माननीय अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश के द्वारा दीप प्रज्जवलन व सरस्वती के चित्र पर पुष्प चढ़ा करके किया गया। जिला जज द्वारा उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि न्याय व्यवस्था में वादकारियों का हित सर्वोच्च होता है। वादकारियों के मध्य सुलह- समझौते के आधार पर लम्बित मामलों को निपटाने व आमजन को सुलभ व सुगम न्याय उपलब्ध कराने हेतु राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश-कुटुम्ब न्यायालय सत्य प्रकाश त्रिपाठी, चेयरमैन-मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण महेन्द्र नाथ, अपर प्रधान न्यायाधीश चन्द्रमणि मिश्रा, विशेष न्यायाधीश एस0सी0/एस0टी0 सतीश कुमार त्रिपाठी, त्रिपुरारी मिश्रा, अपर जिला जज विद्याभूषण पाण्डेय (नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत), मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार सिंह व अन्य न्यायिक अधिकारीगण, सिटी मजिस्ट्रेट, सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश चन्द्र पाण्डेय, महामंत्री अमरेन्द्र सिंह व विभिन्न बैंक के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला जज उमाशंकर कहार ने बताया की राष्ट्रीय लोक अदालत में एक लाख छब्बीस हजार से अधिक मुकदमे निस्तारित किये गये। बैंकों व फाइनेन्स कम्पनियों के प्री- लिटिगेशन स्तर पर मामले निस्तारित कराये गये तथा मौके पर ही समझौते कराये गये। इस लोक अदालत में अन्य मामलों के साथ-साथ बड़ी संख्या में ई-चालान के मामले, चेक बाउंस (एन0 आई0एक्ट) के मामले तथा वैवाहिक विवाद के मामले निस्तारित किये गये। तलाक के मुहाने पर खड़े कई जोड़ों का सुलह- समझौता कराकर वापस भेजा गया। आमजन की सहायता के लिए न्यायालय परिसर में कई जगह सहायता पटल व हेल्प डेस्क बनाये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में आने वाले सभी व्यक्तियों के हैण्ड सैनि- टाइजेशन व मास्क की व्यवस्था की गयी थी।
राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन संपन्न
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