नगर निगम के लेखपाल की शिथिलता के कारण आज भी नहीं हो सकी तालाब की पैमाइश

RAJNITIK BULLET
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(शमशाद सिद्दीकी) गौरी विहार गेट खसरा संख्या 40 एवं 41 तालाब की भूमि की 11 मई 2023 को नगर निगम की टीम और सरोजनी नगर राजस्व लेखपाल की उप स्थिति में सीमांकन किया जाना था नगर निगम प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण आज तीसरी बार फिर इस तालाब की पैमाइश नहीं हो सकी।
पूर्व में दो बार नगर निगम के तहसीलदार ने पैमाइश की तारीख दी किंतु उस तारीख में नगर निगम की टीम ने ना तो तहसील प्रशासन सरोजनी नगर से संपर्क साधा और ना ही उन्हें पूर्व में किसी प्रकार की सूचना दी जिससे तालाब का सीमांकन हो सके और उसे बचाया जा सके।
सवर्ण युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील शुक्ला ने बताया कि 11 मई 2023 को तहसीलदार नगर निगम लालबाग लखनऊ की ओर से उन्हें लिखित में सूचना दी गई थी कि संयुक्त टीम के द्वारा सीमांकन किया जाएगा किंतु उन्होंने जब सरोजनी नगर तहसील प्रशासन से संपर्क स्थापित किया तो उन्हें बताया गया कि नगर निगम के द्वारा उन्हें कोई सूचना ही नहीं दी गई इस पर उन्होंने तहसीलदार नगर निगम के द्वारा दी गई लिखित सूचना तहसील प्रशासन सरोजनी नगर को उपलब्ध कराया जिस पर सरोजनी नगर तहसील प्रशासन तालाब की पैमाइश और उसे बचाने के लिए तत्पर रहा और 4 घंटे नगर निगम की टीम का इंतजार किया अनेकों बार नगर निगम के लेखपाल लाल बहादुर यादव से संपर्क स्थापित किया गया और वह हर बार अभी कुछ देर में पहुंच रहा हूं का आश्वासन देते रहे किंतु वह शाम तक सीमांकन स्थल पर नहीं पहुंचे।
सरोजिनी नगर के राजस्व लेखपाल संदीप और उनके साथ सरोजनी नगर प्रशासन इंतजार करता रहा और हताश निराश होकर लौट गया किंतु नगर निगम के लेखपाल लाल बहादुर यादव मौके पर नहीं पहुंचे और ना ही कोई और अधिकारी कर्मचारी पहुंचा।
सवर्ण युवा महासभा के राष्ट्रीय सचिव गोविंद मणि तिवारी ने रोष प्रकट करते हुए लेखपाल सरोजनी नगर पर आरोप लगाया और कहा कि अनेकों बार नगर निगम की लापरवाही के कारण इस तालाब को नहीं बचाया जा पा रहा है क्योंकि नगर निगम के लेखपाल भू माफियाओं से पैसे लेकर हर बार तारीख पर आनाकानी करते हैं और कार्यवाही करने से पीछे हटते हैं।
जिससे तालाब पर अवैध कब्जेदारों के हौसले बुलंद हैं और वह नगर निगम के लेखपाल और अधिकारियों की मिलीभगत से तालाब पर काबिज हैं जिसे हटाया नहीं जा रहा है।

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