(राममिलन शर्मा) राय बरेली। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एनटीईपी कोर कमेटी की बैठक निदेशक डा अरविंद राजवंशी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के सूचकांकों- रोगियों के नोटिफिकेशन एवं शत-प्रतिशत टीबी मरीजों की एचआईवी व शुगर की जांच कराने और टीबी वार्ड व डीआर टीबी सेंटर बनाने पर चर्चा हुई।
इस मौके पर निदेशक ने निकट भविष्य में एम्स में टीबी रोगियों की जांच की सुविधाओं को और बढ़ाने और स्पेशल टीबी वार्ड स्थापित करने की बात कही। इससे टीबी रोगियों को उपचार में अधिक सुविधा होगी और क्षय रोग को खत्म किया जा सकेगा। बैठक में एम्स में एनटीईपी के नोडल अधिकारी डा. प्रमोद कुमार ने बताया कि एम्स ने साल 2022 में 451 क्षय मरीजों को नोटिफाई किया। इस साल अभी तक 108 मरीज नोटिफाई किए गए हैं और उनका इलाज चल रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम सिंह ने गंभीर क्षय रोगियों को भर्ती करने के लिए एम्स में डीआर टीबी वार्ड स्थापित किए जाने की मांग की ताकि टीबी रोगियों का उपयुक्त इलाज कर उनके जीवन को बचाया जा सके। बैठक में एम्स की डीन डा. नीरज कुमारी, डा. सना इलाही, डब्ल्यूएचओ सलाह- कार डा0 नीतू सुरेश, एन- टीईपी से अभय मिश्रा, मनीष श्रीवास्तव, अतुल कुमार, केके श्रीवास्तव, अलंकार शर्मा, दीपू पटेल आदि उपस्थित रहे।
कोर कमेटी की बैठक में क्षय उन्मूलन के प्रयास को तेज करने पर चर्चा

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