एडीओ ऐलिया बताएं, सफाई कर्मी कार्यालय सहायक तो कौन कर रहा गांवों में सफाई

RAJNITIK BULLET
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(बीके सिंह) सीतापुर। शासन जहां अपने निर्देशों को लेकर गंभीर है तो वही अधिकारी भी इस पर सटीक तरीके से विचार करने पर कटिबद्ध है कि कोई भी इस तरीके से कार्य न हो जिससे कि उनके ऊपर शासन की मुसीबत आन पड़े लेकिन जिस तरह से ऐलिया विकासखंड में देखा जा रहा है उससे ऐसा नहीं लग रहा है कि शासन के निर्देश अधिकारियों के लिए कोई भी मायने रखते हैं क्या शासन के निर्देश ऐलिया विकासखंड की अधिकारियों के लिए महज कोरा कागज बन गए हैं। या फिर इन निर्देशों को देखने की अधिकारियों को कोई आवश्यकता ही नहीं है बस जो कार्य करना है मनमाने तरीके से करना है तो क्या एलिया विकासखंड में अधिकारियों के मन मुताबिक कार्य हो रहा है, जैसा वह चाहते हैं वैसा करने कि उनको आजादी है?
शासनादेश उनके लिए कोई मायने नहीं रखते अगर रखते हैं तो फिर जो चर्चाएं हो रही हैं की सफाई कर्मी बन बैठे विकासखंड एलिया में कार्यालय सहायक इसकी सच्चाई क्या है? बताते चलें कि विकास खंड एलिया में जो कार्य अब तक सरकारी मुलाजिम के रूप में बाबू देख रहे थे वह सफाई कर्मी देख रहे हैं, यही नहीं बकायदा इनका नाम विकास खंड एलिया परिसर में मय मोबाइल नंबर दर्ज हैं, कार्यालय सहायक प्रथम तेज कुमार, कार्यालय सहायक द्वितीय सुरेश कुमार व कार्यालय सहायक तृतीय मोतीलाल शामिल है। जो कार्यालय सहायक के पद पर यह तीनों कर्मचारी बताए जाते हैं उनका असली पद कुछ और होने की बातें हो रही हैं जिनमें यह सभी अलग-अलग ग्राम पंचायतों के राजस्व ग्रामों में बतौर सफाई कर्मचारी बताए जाते हैं, इन राजस्व ग्रामों की नाम अंदौली, मुस्तफाबाद व मल्हपुर कहे जा रहे हैं। अब सवाल उठता है कि एक ही व्यक्ति दो जगह पर कैसे तैनात हो सकता है आखिरकार यह वास्तविकता में सफाई कर्मचारी हैं या फिर कार्यालय सहायक इन कर्मचारियों का कौन सा उत्तरदायित्व निभाने का पद है जो अब तक छिपा है या छिपाया गया है या सिर्फ चर्चाएं ही हो रही है जो विकासखंड परिसर में लिखा है वह सत्य है तो फिर जो बातें यह हो रही हैं कि सफाई कर्मचारी के पद पर भी है तैनात हैं क्या है सच? अगर यह सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात हैं तो विकासखंड परिसर में कार्यालय सहायक कैसे तैनात हैं, और कौन सा वेतन इनको मिल रहा है? उधर बताया जा रहा है कि उक्त गांवों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो इधर कार्यालय सहायक बन बैठे सफाई कर्मचारी मौज काट रहे हैं, आखिर कौन इन राजस्व ग्रामों में तैनात है, यह सवाल बन गया है एडीओ साहब एलिया के संरक्षण में कहीं यह गड़बड़ झाला तो नहीं चल रहा है, अगर नहीं तो साहब इसका जबाब दे आखिर कार्यालय सहायक यह कार्यालय सहायक हैं या सफाई कर्मचारी?अगर सफाई कर्मचारी हैं तो विकास खंड की दिवार पर लिखा गया यह बोर्ड कार्यालय सहायक बता रहा है, कैसे? एक ही नाम के व्यक्ति की दो जगहों तैनाती का क्या कारण है?

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