(मो0 रिजवान) प्रयागराज ‘भगतसिंह जनअधिकार यात्रा’ इलाहाबाद में आखिरी दिन सिविल लाइंस के इलाके में पहुंची।
यात्रा के दौरान जगह- जगह नुक्कड़ सभाएं की गयीं और पत्थर गिरिजा स्थित धरनास्थल पर प्रदर्शन करके प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। अब यह यात्रा कल चित्रकूट के लिए कूच करेगी और 14 अप्रैल को लखनऊ में यात्रा का समापन होगा। इस दौरान सभा को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर विक्रम हरिजन, रेलवे कर्मचारी नेता बब्बन भक्त, सामाजिक कार्यकर्ता प्रसेन, दिशा छात्र संगठन के अविनाश और अमित ने सम्बोधित किया।
दिशा छात्र संगठन की शिवा ने कहा कि आज पूरे देश भर में छात्र, कर्मचारी, मजदूर समेत जनता का हर तबका मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त है। सत्ता में आने के लिए मोदी सरकार ने जनता से जो वादे किये थे, वे सब जुमले साबित हो चुके हैं। स्थिति यह है कि शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार जैसी मूलभूत जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं। कई-कई साल तैयारी करने के बाद भी लोगों को रोजगार तक नहीं मिल पा रहा है। शिक्षा बाजार में बिकने वाली माल बन चुकी है। ऐसे दौर में हम छात्रों- युवाओं का आह्वान करते हैं कि जाति और धर्म के नाम पर बंटवारे की राजनीति का विरोध करें और एकजुट होकर अपने हक व अधिकारों के लिए संघर्ष करें।
नौजवान भारत सभा की ओर से नीशू ने कहा कि कहने को आजादी के बाद भारत ने भी संवैधानिक तौर पर अपने आपको ‘सेक्युलर’ राज्य घोषित किया लेकिन भारत सही अर्थों में कभी एक सेक्युलर राज्य रहा ही नहीं। वरना यहाँ धर्म के आधार पर पर्सनल ला, धार्मिक संस्थाओं द्वारा धार्मिक शिक्षा आदि की आजादी नहीं होती। यहाँ पर शुरू से ही हर चुनावी दल वोट बैंक की राजनीति की खातिर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने, धार्मिक उन्माद फैलाने, तुष्टिकरण करने और दंगे आदि करवाने की नीति पर कभी न कभी अमल करता रहा है।
कार्यकर्ताओं ने माँग उठायी कि धर्म का राजनीति से पूर्ण बिलगाव होना चाहिए। धर्म की राजनीति करने वाले पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाय।
यात्रा में प्रांजल, अनिल, सुरेश, धर्मराज, अम्बरीष, शुभम, अंशुरिष, चन्द्रप्रकाश, प्रेमचन्द, सौम्या, सिमरन, श्वेता, नीशू, अंजलि आदि उपस्थित रहे।
भगतसिंह जन अधिकार यात्रा के आखिरी दिन धरना स्थल पर प्रदर्शन करके प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन
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