Mar 15, 2023
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के बयान पर मनोज सिन्हा ने कहा कि मैं किसी भी आरोप का जवाब नहीं दूंगा। लेकिन सच्चाई यह है कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल 47 से ज्यादा लोगों को यहां नौकरी से हटा दिया गया।
जम्मू-कश्मीर में जेकेएसएसबी परीक्षा स्थगित कर दी गई है। यह फैसला सरकारी नौकरी के आकांक्षी युवाओं के प्रदर्शन के बीच लिया गया है जो विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती के लिए कम्प्यूटर आधारित परीक्षा हेतु ऐपटेक की सेवाएं लेने के जेकेएसएसबी के फैसले का विरोध कर रहे हैं। इसी को लेकर जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा का बड़ा बयान सामने आया है। मनोज सिन्हा ने कहा कि JKSSB परीक्षा फिलहाल के लिए स्थगित किया गया है और JKSSB जब पूरी तरह आश्वस्त हो जाएगी तब परीक्षा जल्द कराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पारदर्शिता हमारे लिए प्राथमिकता है, मेरिट के आधार पर नियुक्ति हो ये हमारी प्राथमिकता है और इससे हम कोई समझौता नहीं कर सकते हैं।
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के बयान पर मनोज सिन्हा ने कहा कि मैं किसी भी आरोप का जवाब नहीं दूंगा। लेकिन सच्चाई यह है कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल 47 से ज्यादा लोगों को यहां नौकरी से हटा दिया गया। जब उन्हें भर्ती किया गया था तो मुझे बताने की जरूरत नहीं है। इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार शाम को जेकेएसएसबी के फैसले के खिलाफ युवाओं द्वारा निकाले गए ‘कैंडल मार्च’ में हिस्सा लिया था।
महबूबा ने संवाददाताओं से कहा था जम्मू कश्मीर उच्च बेरोजगारी दर का सामना कर रहा है। पहले तो युवाओं के लिए नौकरी नहीं है और जब भर्ती की प्रक्रिया शुरू होती है तो घोटाले सामने आने के बाद वह रद्द हो जाती है। महबूबा ने ट्वीट किया कि जेकेएसएसबी द्वारा फर्जीवाड़ा करने वाली और काली सूची में डाली गई कंपनी की सेवा को बहाल रखना संकेत करता है कि भ्रष्टाचार की कितनी गहरी पैठ है। इसके लिए जिम्मेदार सरकारी बाबू जम्मू-कश्मीर के युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने के बाद भी अपने पद पर कायम हैं।
JKSSB परीक्षा स्थगित होने पर बोले मनोज सिन्हा, पारदर्शिता हमारे लिए प्राथमिकता है, मेरिट के आधार पर होगी नियुक्ति
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