जाति पाँति पूछे नहिं कोई, हरि को भजै सो हरि का होई -विधायक शशांक त्रिवेदी

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(बीके सिंह) सीतापुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महोली द्वारा होली मिलन आयोजन टेकेश्वर धाम के सत्संग भवन में अजय प्रकाश गुप्त की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन से प्रारम्भ हुए कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सीतापुर विभाग के सम्पर्क प्रमुख विमलेश अवस्थी ने अपने सम्बोधन में कहा कि संगठित और समरस समाज से देश शक्तिशाली बनेगा। हमारे उत्सव हमें सत्य के मार्ग पर अडिग रहने का सन्देश देते हैं। होली का पर्व भेदभाव को दूर करने तथा पारस्परिक प्रेम भाव को जाग्रत करने वाला पर्व है। कार्यक्रम में पधारे क्षेत्रीय विधायक शशांक त्रिवेदी ने अपना सम्बोधन प्रारम्भ करते हुए कहा – जाति पाँति पूछे नहिं कोई, हरि को भजै सो हरि का होई। उन्होंने आगे कहा होली हमारा सांस्कृतिक पर्व है। इस त्यौहार को हमें दुर्व्यसनों से दूर रहकर उल्लास पूर्वक मनाना चाहिए। हमारा स्वयं का जीवन जितना श्रेष्ठ होगा राष्ट्र का स्वरूप भी उतना ही उत्कृष्ट बनेगा। शान्ति स्वरूप मिश्र ने नवीन सम्वत सुनाया। ब्रज कान्त वाजपेई, कमलेश मिश्र, विश्ववीर सिंह ने हास्य व्यंय की रचनाएं सुनाईं। कार्यक्रम में जय प्रकाश मिश्र, विष्णुदत्त दीक्षित, कान्हा त्रिवेदी, पीयूष मिश्र, महेश वर्मा, महेश अग्रवाल, करुणा शंकर कटियार, तुलसी राम पटेल ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सन्तोष गौतम, मनोज मिश्र, कल्याण सिंह, शंकर बक्श सिंह, डा. रूप चन्द्र वर्मा, राम दयाल वाजपेई, बसन्त लाल त्रिवेदी, अमन पाण्डेय, राजेश तिवारी, पिण्टू मिश्रा, माधव श्याम अवस्थी, प्रेम शंकर शुक्ल, हेम राज, शोभाराम, मनमोहन अवस्थी, राजू शुक्ला सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन खण्ड कार्यवाह सुरेन्द्र मिश्र ने किया। राजकुमार तिवारी ने आभार प्रकट करते हुए एकता के पर्व पर कविता पढ़ी – काम कोई भी हो पर लगन चाहिए, ध्येय निष्ठा की जलती अगन चाहिए, हमने खोया बहुत आपसी फूट में, देश आगे बढ़े संगठन चाहिए। भारत माता की वन्दना के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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