(संतोष उपाध्याय)
लखनऊ। राजधानी लखनऊ जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि जनपद की पांचों तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि जन सामान्य की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर समाधान किया जाना सरकार की प्राथमिकता है जिसके क्रम में तहसील व थानों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें स्थानीय नागरिक उपस्थित होकर अपनी समस्याओं का समाधान करा सकते है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी जनता की इन शिकायतों का निस्तारण त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से एक सप्ताह में करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में यदि कोई समस्या है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर जांच कर गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करायें और यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायतकर्ता संतुष्ट नही है या निस्तारण में लापरवाही बरती गयी है तो सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि तहसील मोहन- लालगंज में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 197 प्रकरण प्राप्त हुये, जिसमें से 52 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष प्रकरणों को निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागों को इस निर्देश के साथ उपलब्ध करा दिये गये कि उनका निस्तारण एक सप्ताह में सुनिश्चित करा दिया जायें। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि दान पत्र के माध्यम से होने वाले फर्जीवाड़े में तहसीलदार और लेखपाल की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि दान पत्र के माध्यम से धारा 34 में दाखिल खारिज करने के लिए जितने भी प्रकरण न्यायालय में आ रहे है उन सभी का तहसीलदार व लेखपाल सत्यापन करना सुनिश्चित करेंगे। लेखपाल दानकर्ता के घर जा कर इस बात की पुष्टि करेगे कि वास्तव में दानकर्ता द्वारा भी दान में दी गई है या नही। लेखपाल दानकर्ता से लिखित अनुमति प्राप्त करते हुए वीडियोग्राफी भी कराना सुनिश्चित करेंगे और लिखित अनुमति और वीडियो/फोटो को पत्रावली में लगाना सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज के सम्पूर्ण समाधान दिवसो में तहसील सदर में 50 में से 06 प्रकरण का निस्तारण प्रकरण, तहसील मलिहाबाद में 46 में से 05 प्रकरण का निस्तारण, तहसील बी0के0टी0 में 81 में से 22 प्रकरण का निस्तारण, तहसील मोहन- लालगंज में 197 में से 52 प्रकरण का निस्तारण तथा तहसील सरोजनीनगर में 68 में से 06 प्रकरण का निस्तारण मौके पर किया गया। शेष प्रकरणों को समयबद्ध निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागों को उपलब्ध करा दिये गये। आज के सम्पूर्ण समाधान दिवस में पुलिस 63, राजस्व एवं पुलिस संयुक्त 02, राजस्व 251, विकास 42, नगर निगम 04, समाज कल्याण 09 तथा अन्य 71 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए है। समाधान दिवस के दौरान वृद्धा श्रीमती दुलारी उर्फ सुखदेई पत्नी स्व0 चन्द्रिका निवासी ग्राम शिवढरा द्वारा जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र दिया गया कि पति की मृत्यु के पश्चात उनके दोनों पुत्रों क्रमशः राजू व किशोर द्वारा अपने नामांे को खतौनी में विरासत कराते हुए दर्ज करा लिया है और उनके द्वारा अपनी माँ का न तो भरण पोषण किया जा रहा है और न ही घर मंे रखा जा रहा है। भूमि गाटा संख्या 412 रकबा 0.257 हे0 जो कि वृद्धा श्रीमती दुलारी उर्फ सुखदेई के पति की सम्पत्ति थी इस कारण प्रार्थनी का नाम भी खतौनी में दर्ज कराया जाए। जिसका जिलाधिकारी द्वारा तुरन्त संज्ञान लेते हुए उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि तत्काल खतौनी में बेटो के साथ माँ (श्रीमती दुलारी उर्फ सुखदेई) का नाम भी दर्ज किया जाए और निर्देश दिए कि वृद्धा श्रीमती दुलारी उर्फ सुखदेई के भरण पोषण के लिए उप जिलाधिकारी न्यायालय में दोनों बेटों के विरुद्ध भरण पोषण का वाद दर्ज कराया जाए। तहसील प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए वृद्धा श्रीमती दुलारी उर्फ सुखदेई का नाम खतौनी में शामिल कराकर जिलाधिकारी द्वारा श्रीमती दुलारी उर्फ सुखदेई को खतौनी उपलब्ध कराई गई। समाधान दिवस के दौरान अनुराग सिंह रावत व रितेश रावत पुत्र स्व0 मनोज कुमार एवं बाबी रावत पुत्री स्व0 मनोज कुमार द्वारा जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया कि उनके पिता की मृत्यु के पश्चात उनकी माता ने भी पुनर्विवाह कर लिया और वह अपने पति के साथ चली गई। पिता की मृत्यु के पश्चात उनकी भूमि जिसका गाटा संख्या 141,142 व 143 है कि वरासत कराने के सम्बंध में। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि तत्काल बच्चांे की विरासत दर्ज कराते हुए खतौनी उपलब्ध कराई जाए और बच्चों के नाबालिग होने की दशा में बच्चांे के बालिग होने तक उनके संरक्षक उप जिलाधिकारी मोहनलालगंज होंगे। समाधान दिवस के पश्चात जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज के समाधान दिवस में मुख्य रूप से विरासत से सम्बंधित मामले आए हैं। जिसके सम्बन्ध में कानूनगोह व लेखपालो को कड़े निर्देश दिये गए कि विरासत का कोई भी प्रकरण लम्बित न होने पाए। यदि प्रकरण अविवादित है तो तत्काल उसकी विरासत दर्ज करना सुनिश्चित किया जाए। यदि प्रकरण विवादित है तो समस्त उप जिलाधिकारी और तहसीलदार हर सप्ताह जितने भी विरासत के प्रकरण होंगे उनकी समीक्षा करते हुए प्रकरणों को निस्तारित करते हुए विरासत दर्ज कराना सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज के समाधान दिवस में सरकारी भूमियांे पर अवैध कब्जे से सम्बंधित प्रकरण भी प्राप्त हुए है। उन्होंने निर्देश दिए कि जो भी ऐसे प्रकरण है उनका गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाए, यदि किसी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा है तो तत्काल उसे हटवाते हुए अतिक्रमण कर्ता के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करना सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर ए0सी0 पी0 मोहनलालगंज, उप जिलाधिकारी मोहनलाल गंज, तहसीलदार मोहनलाल गंज, जिला विकास अधिकारी, पुलिस, समाज कल्याण सहित विभिन्न स्तरों के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
पांचों तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 442 प्रकरण प्राप्त हुए
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