(मो0 रिजवान)
प्रयागराज। प्रयागराज में शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक बदमाश अरबाज को पुलिस ने मार गिराया। सोमवार की दोपहर अरबाज के साथ धूमन गंज इलाके में नेहरू पार्क के पास पुलिस की मुठभेड़ हुई है।
उमेश पाल मर्डर केस के एक संदिग्ध आरोपी की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई। यूपी पुलिस की मुठभेड़ में आरोपी अरबाज की गोली लगने से मौत हो गई। उमेश पाल मर्डर केस के आरोपी की प्रयागराज के नेहरू पार्क में जनपदीय व एसओजी पुलिस टीम से मुठभेड़ हुई, जिसे पुलिस ने मार गिराया। गोली लगने के बाद घायल हालत में बदमाश को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भेजा गया, जहां पर उसकी मौत हो गई। हालांकि इस दौरान बाकी बदमाश भागने में सफल रहे। इस दौरान धूमन गंज प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार मौर्या के बाएं हाथ में गोली लगी।
इस मुठभेड़ को लेकर यूपी पुलिस के एडीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि मुठभेड़ में जब अरबाज को अस्पताल लाया गया उस दौरान उसकी मौत हो गई। यूपी शासन ने पेशेवर माफिया के खिलाफ एक अभियान छेड़ा हुआ है। ऐसे लोगों को पनाह देने वाले पर भी कारवाई होगी, कानून हाथ में लेने वाले अपराधी को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जायेगा। उमेश पाल पर असलहा और बम से हमला किया गया था, इस हत्या कांड ने देश को दहला दिया था। एडीजे लाइन आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि बीते 24 फरवरी की शाम को प्रयागराज के थाना क्षेत्र धूमनगंज इलाके में उमेश पाल पर जिस तरीके से अपराधियों द्वारा गोलियां व बम का प्रयोग कर घटना को अंजाम दिया गया। बहुत दुखद है। प्रयागराज में घटित हुई घटना को लेकर सरकार की तरफ से विधानसभा पटल पर सभी अपराधियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया गया था। उसी अनुरूप आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश मिला था। इसी क्रम में प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में पुलिस मुठभेड़ हुई उस मुठभेड़ में घटना से सम्मिलित अरबाज मल्लापुर पुरामुफ्ती निवासी घायल हुआ। जिसके पास 32 बोर की पिस्टल पुलिस ने बरामद की। घटना के दिन अपराधियों द्वारा प्रयुक्त की गई क्रेटा कार जो सीसीटीवी फुटेज में भी नजर आई उस क्रेटा कार का ड्राइवर था जिस के द्वारा गोलियां भी चलाई गई थी। मुठभेड़ में घायल हुए अरबाज को इलाज हेतु जब अस्पताल लाया गया वहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को पता चला था कि पुरामुफ्ती के सल्लाहपुर निवासी अरबाज नाम का शातिर अपराधी कार चला रहा था, उसने हमला भी किया था। हमलावरों की तलाश में पुलिस लगी थी और हमलावार के बारे में क्राइम ब्रांच को पता चला कि वह नीवां क्षेत्र में छिपा है। नेहरू पार्क पर क्राइम ब्रांच की उससे मुठभेड़ हो गई और उसने पुलिस पर गोली चलाई जिससे पुलिस के जवान घायल हुआ। पुलिस ने भी उसे गोली मारी और उसके सीने और पैर में गोली लगी। धूमनगंज पुलिस ने घायल अरबाज को इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल भेजा है, जहां उसकी मौत हो गई। इसने ही बाकी बदमाशों को इस हत्याकांड के लिए हथियार उपलब्ध कराए थे। अरबाज के साथ कौन लोग थे इसे लेकर पुलिस पुलिस जांच में जुट गई है।
बीते 24 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद पर दिनदहाड़े हमला हुआ था, इस हमले में बेखौफ अपराधियों द्वारा चलाए गए गोली बम में दोनों की मृत्यु हो गई थी वहीं तीसरा पुलिसकर्मी राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल रहा। देर रात उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, अतीक के भाई अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक बदमाश अरबाज को पुलिस ने मार गिराया
Read Time5 Minute, 46 Second