एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी
वैश्विक स्तरपर यूं ही नहीं भारत को किंग आफ द ह्यूमन माइंड कहा जाता है, दशकों से हम देख रहे हैं कि भारतीय नागरिकों की बौद्धिक क्षमता का किस तरह दुनियां में डंका बज रहा है, क्योंकि हम भारतीय जो ठान लेते हैं उसे करके ही दम लेते हैं। हमारी योग्यता में दिन दूनी रात चैगुनी प्रगति हो रही है, अब हम सौ सुनार की एक लोहार की, की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हमारी खासियत है कि हम अपनी गलतियों से सीखते हैं और आगे बढ़ कर लक्ष्यों को उसकी डेटलाइन से पूर्व ही प्राप्त कर लेते हैं अभी 1 दिन पहले ही एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने कहा है कि भारत अपनी उत्सर्जन क्षमता में अपने लक्ष्यों पर डेडलाइन से पहले ही पूरा कर लेगा ऐसा विश्वास है जो दिख भी रहा है। यह है मेरा देश भारत! हालांकि हमने वैश्विक स्तर पर आई विपत्तियों, महामारीयों, मंदी, प्राकृतिक आपदाओं में अपने कौशल, रणनीतिक और कुशल नेतृत्व से उपलब्धियां प्राप्त की है, जिससे दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। चूंकि हमारा बजट 1 फरवरी 2023 को घोषित हो चुका है परंतु बहुत बार हमने देखे हैं कि बजट में जितना एलोकेशन जिस क्षेत्र को दिया जाता है, उसमें अपेक्षाकृत काम कम होता है और अनेक क्षेत्रों में फंड बच जाते हैं। इस कमजोरी को हमारे नेतृत्व व नीति निर्धारकों ने पकड़ा है और दूरदर्शी व्यापक सोच के तहत मिशन 12 वेबीनार का आयोजन 23 फरवरी से 11 मार्च 2023 तक करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो माननीय पीएम हर क्षेत्र के हित धारकों मंत्रालयों बुद्धिजीवियों सहित संलग्न व्यक्तियों को एक मंच पर लाकर उस क्षेत्र में बजट में की गई घोषणाओं को क्रियान्वयन आपसी तालमेल कर अंतिम व्यक्ति तक उसका लाभ पहुंचाने के गुर बताएं जाएंगे जो काबिले तारीफ है। इसलिए हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, केंद्रीय बजट 2023-24 की घोषणाओं को कार्यान्वयन करने तालमेल लाने हितधारकों को एक साथ लाने में गजब का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है।
साथियों बात अगर हम 12 वेबीनारों की करें तो, ये वेबिनार केंद्रीय बजट 2023- 24 में उल्लिखित ‘सप्तऋषि’ प्राथमिकताओं के निर्माण के लिए विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। अपने बजटीय भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2023 में ‘सप्तर्षि’ सात प्राथमिकताओं की एक सूची देश के सामने रखी थी, इसमें समावेशी विकास, बुनियादी ढांचा और निवेश, अंतिम पंक्ति तक पहुंच, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। वेबिनार के कार्यक्रम इस प्रकार हैं-(1) हरित विकास 23 फरवरी (2) कृषि एवं सहकारिता 24 फरवरी (3) युवा शक्ति का सदुपयोग- कौशल एवं शिक्षा 25 फरवरी (4) अंतिम छोर तक पहुंच/कोई भी नागरिक पीछे न छूटे 27 फरवरी (5) क्षमता का सदुपयोग- प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए जीवन में सुगमता लाना 28 फरवरी (6) नियोजन पर केन्द्रित शहरी विकास 1 मार्च (7) मिशन मोड में पर्यटन का विकास 3 मार्च (8) अवसंरचना और निवेशः पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर योजना के साथ लाजिस्टिक क्षमता में सुधार 4 मार्च (9) स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान 6 मार्च (10) वित्तीय क्षेत्र 7 मार्च (11) महिला सशक्तिकरण 10 मार्च (12) पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम विकास)। इन वेबिनार में विभिन्न मंत्रियों एवं विभागों और सभी संबंधित हितधारकों द्वारा त्रैमासिक लक्ष्यों के साथ विभिन्न कार्य योजनाओं की तैयारी से जुड़े प्रयासों के तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है ताकि कार्यान्वयन पारदर्शी और समय पर वांछित परिणामों की हासिल करने में सक्षम होने के साथ-साथ सुचारू हो सके। इन वेबिनार को व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। इनमें संबंधित केन्द्रीय मंत्री, सरकारी विभागों के प्रमुख हितधारक, नियामक, शिक्षा- विद, व्यापार और उद्योग संघों के प्रतिनिधि आदि शामिल हो रहे हैं। इन वेबिनारों का आयोजन ‘सप्तऋषि’ प्राथमिकताओं पर आधारित हो रहा है। पीएम ने बजट घोषणाओं के कार्यान्वयन में तालमेल लाने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाने के लिए इन वेबिनार की परिकल्पना की है। मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि हरित वृद्धि पर वेबिनार में छह सत्र होंगे, जिसमें हरित वृद्धि के ऊर्जा और गैर-ऊर्जा, दोनों घटकों को शामिल किया जाएगा। इसकी शुरुआत गुरुवार को हरित वृद्धि पर एक वेबिनार से हुई। मंत्रालय ने बयान में कहा, पीएम के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार ने पिछले कुछ सालों में कई बजटीय सुधार किए हैं। बजट की तिथि को 1 फरवरी के लिए आगे बढ़ा दिया गया था ताकि मानसून की शुरुआत से पहले मंत्रालयों और विभागों को धन के इस्तेमाल के लिए पर्याप्त समय मिल सके. बजट कार्यान्वयन में सुधार लाने की दिशा में एक और कदम पोस्ट बजट वेबिनार का नया विचार था। बजट के बाद होने वाले प्रत्येक वेबिनार में तीन सत्र होंगे। इसकी शुरुआत पूर्ण उद्घाटन सत्र से होगी, जिसे पीएम संबोधित करेंगे। इस सत्र के बाद विभिन्न विषयों पर अलग- अलग सत्र होंगे, जिन्हें समानांतर रूप से आयोजित किया जाएगा। अंत में, विभिन्न सत्रों की मुख्य बातों को समापन के पूर्ण सत्र के दौरान प्रस्तुत किया जायेगा। वेबिनार के दौरान प्राप्त इनपुट के आधार पर संबंधित मंत्रालय बजट घोषणाओं के कार्यान्वयन के लिए एक समयबद्ध कार्य योजना तैयार करेंगे। व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इन्हें वर्चुअल रूप में आयोजित किया जाएगा।
साथियों बात अगर हम दिनांक 23 फरवरी 2023 को हुए प्रथम वेबिनर की करें तो पीएम ने हरित विकास पर बजट उपरांत वेबिनार को संबोधित किया। यह वेबिनार 12 बजट उपरांत वेबिनारों की श्रृंखला की पहली कड़ी थी। हरित विकास केंद्रीय बजट 2023-24 की सात शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है, ताकि देश में हरित औद्योगिक और आर्थिक बदलाव, पर्यावरण-अनुकूल कृषि व सतत ऊर्जा की शुरुआत हो सके। इनसे बड़ी संख्या में हरित रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा। केंद्रीय बजट में विभिन्न क्षेत्रों और मंत्रालयों के लिए कई परियोजनाओं और पहलों की परिकल्पना की गई है। हरित हाइड्रोजन मिशन, ऊर्जा के स्रोतों में बदलाव, ऊर्जा भंडारण परियोजनाएं, नवीकरणीय ऊर्जा निकासी, ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम, पीएम- प्रणाम, गोबर-धन योजना, भारतीय प्राकृतिक खेती जैव- इनपुट संसाधन केंद्र, मिष्टी, अमृत धारोहर, तटीय नौवहन और वाहन प्रतिस्थापन। पीएम ने हरित विकास पर बजट उपरांत वेबिनार को संबोधित किया। अमृत काल के इस बजट ने हरित विकास की गति को तेज किया है। इस सरकार का हर बजट वर्तमान चुनौतियों का समाधान खोजने के साथ-साथ नए युग के सुधारों को आगे बढ़ता रहा है। हरित ऊर्जा को लेकर इस बजट में की गई घोषणाएं भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की आधारशिला हैं और उसके लिए मार्ग प्रशस्त करती हैं। यह बजट वैश्विक हरित ऊर्जा बाजार में भारत को एक अगुआ के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत में सौर, पवन और बायोगैस की क्षमता हमारे निजी क्षेत्र के लिए किसी सोने की खान या तेल क्षेत्र से कम नहीं है। भारत की वाहनों के स्क्रैप संबंधी नीति हरित विकास की रणनीति का एक अहम हिस्सा है। भारत में हरित ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने की अपार क्षमता है। यह हरित रोजगार सृजित करने के अलावा वैश्विक कल्याण को आगे बढ़ाएगा। यह बजट एक अवसर ही नहीं, बल्कि हमारे भविष्य की सुरक्षा की गारंटी भी है।
अतः अगर हम उपयोग पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि दूरदर्शी व्यापक सोच, मिशन 12 वेबीनार शुरू। केंद्रीय बजट 2023-24 के सप्तऋषि प्राथमिकताओं पर एक्शन शुरू। केंद्रीय बजट 2023-24 की घोषणाओं को क्रियान्वयन करने तालमेल लाने हितधारकों को एक साथ लाने गजब का मास्टर स्ट्रोक।
केंद्रीय बजट 2023-24 के सप्त कृषि प्राथमिकताओं पर एक्शन शुरू
Read Time11 Minute, 59 Second