(बीके सिंह) सीतापुर। सहारा पीड़ित जमाकर्ताओं का धरने में बैयालिसवा दिन है। आज लगभग 200 पीड़ित जमाकर्ता विकास भवन धरना स्थल पर एकत्रित हुए तथा जमकर नारेबाजी की। पुनः दोहराया यदि 23 में भुगतान नहीं। फिर मोदी को मतदान नहीं। निकलो घरों, मकानों से। जंग लड़ो बेईमानों से। सुब्रत राय सहारा को सत्ता पक्ष द्वारा मिल रहा संरक्षण भाजपा के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होगा! धरना स्थल पर कल शिवरात्रि के अवसर पर सभी जमाकर्ताओं से निवेदन किया गया है। वह धरना स्थल पर आकर भगवान शंकर जी की पूजा करें। सिख संगठन के जिला अध्यक्ष गुरुपाल सिंह द्वारा बताया गया कि गरीबों की धनराशि खाने वालों पर सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। यह कैसी गांव गरीबों की सरकार है। सोंच नीय प्रश्न यह है कि एक तरफ सरकार गरीबों की हितैषी बनती है और दूसरी तरफ गरीबों का अमीरों से गला कटवाने पर आमादा है। किसान मंच के प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने कहा यह कैसी विडंबना है अपने ही पैसे के लिए आज आंदोलन के 42 दिन होने के बावजूद भी सहारा कंपनी को दिए गए ज्ञापन के बावजूद भी कोई जवाब नहीं मिला। आज जिस तरीके से निजीकरण के नाम पर कंपनियां देश पर हावी होती जा रही हैं। इससे देश का लोकतंत्र ही खतरे में पड़ जाएगा। किसान मंच के जिला संयोजक तथा उत्पीड़ित सहारा निवेशक मोर्चा के अध्यक्ष नवल किशोर मिश्रा ने कहा देश और प्रदेश की सरकार कहने को तो गरीबों की सरकारें हैं। परंतु किसी भी गरीब की लड़ाई और आवाज नहीं सुनी जाती। सत्ता पक्ष, विपक्षी केवल धर्म जाति के नाम पर लोगों को लड़ा रहे हैं और अपनी रोटी सेक रहे हैं। उन्होंने जनहित के मुद्दों को उठाने के लिए सत्तापक्ष व विपक्ष से अपील की कि आज सुब्रत राय सहारा द्वारा जिस तरीके से गरीबों का धन लूटा है।
उन्ही की आवाज में क्यों नहीं बोल रहे हैं। आखिर क्यों डर लग रहा है सत्य की आवाज उठाने के लिए। किसान मोर्चा के जिला संयोजक पिंदर सिंह सिद्धू ने कहा जब तक सहारा निवेशकों का भुगतान नहीं होता है। तब तक धरना लगातार जारी रहेगा। इसमें चाहे जो कुर्बानी देनी पड़े। वह दी जाएगी। सभी जमाकर्ताओ का भुगतान दिलाया जाएगा।
सहारा पीड़ित जमाकर्ताओं के धरने का 42वां दिन
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