जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों ने बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। पूरा मामला जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले के सोपोर इलाके की है। यहां सड़क के किनारे लगाए गए आईईडी का सुबह सवेरे पता चला था। इसके बाद सुरक्षा बल सक्रिय हो गए थे। आईईडी को निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया था। बाद में इस को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया गया। इसको लेकर बयान भी सामने आ गया है। भारतीय सेना ने बताया कि आज तड़के स्टेट हाइवे के किनारे तुलीबल इलाके में उपलोना राष्ट्रीय राइफल्स के सुरक्षा बलों ने 2-3 किलोग्राम IED का पता लगाया। संदिग्ध IED एक ताजे गड्ढे में छिपा हुआ पाया गया।
इसके बाद सेना ने बताया कि IED को बम डिस्पोजल टीम ने सुरक्षित तरीके से ब्लास्ट मेथड से डिफ्यूज किया। 2 घंटे के भीतर राज्य राजमार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया। आतंकवाद प्रभावित इलाकों से बलों के गुजरने के दौरान मार्ग की सुरक्षा संबंधी जांच का काम ‘रोड ओपनिंग पार्टी’ करती है। तभी इसका पता लगा था। जानकारी के मुताबिक जैसे ही आईईडी का पता चला, उसके बाद से यातायात को तुरंत रोक दिया गया। सुरक्षाबलों ने आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया। हालांकि, अब तक इसको लेकर किसी की गिरफ्तारी हुई है या नहीं हुई है, इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस संबंध में फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच चल रही है।
भारतीय सेना के 52 राष्ट्रीय राइफल सीआरपीएफ और सोपोर पुलिस के एक संयुक्त टीम ने इस आईईडी का पता लगाया था। दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि संघ शासित प्रदेश में इस साल अभी तक सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 56 विदेशी आतंकवादियों मारे गये हैं। उन्होंने कहा कि इस साल आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वाले 102 स्थानीय युवाओं में से 86 मारे गये हैं।