ट्रांसफार्मर के अभाव में महीनों से बंद पड़े सरकारी नलकूप

RAJNITIK BULLET
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(अरविंद कुमार)
जगम्मनपुर (जालौन) विद्युत विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की लालची प्रवृत्ति एवं हठधर्मिता के कारण ट्रांसफार्मर के अभाव में जगम्मनपुर क्षेत्र के तीन सरकारी नलकूप लगभग 2 माह से सफेद हाथी की भांति खडे किसानों को ठेंगा दिखा रहे हैं परिणाम स्वरूप यहां की सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि का पलेवा न हो पाने से रवि की फसल की बुवाई पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं रामपुरा क्षेत्र के ग्राम जगम्मनपुर में नलकूप संख्या 89 , हुसेपुरा जागीर के नलकूप क्रमांक 56 व निनावली कोठी के नलकूप क्रमांक 178 का ट्रांसफार्मर लगभग 2 माह पहले फूंक जाने के कारण यह सरकारी नलकूप बंद पड़े हैं परिणाम स्वरूप लगभग 3 सैकड़ा कृषि भूमि का पलेवा न होने से असिंचित रह जाने का खतरा मंडरा रहा है। संबंधित नलकूपों के किसानों का कहना है कि हमारे खेतों में गेहूं व रवि की फसल की बुवाई का समय बीता जा रहा है लेकिन ट्रांसफार्मर बदलने व नलकूप चालू होने के आसार नजर नही आ रहे हैं। बताया जाता है कि नलकूप विभाग द्वारा उक्त तीनों ट्यूबवैल के फुंके पड़े ट्रांसफार्मर बदलने के लिए विद्युत विभाग को कई बार लिखा गया वही अनेक किसानों द्वारा विद्युत विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों से संपर्क कर नलकूप के ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया किंतु सरकारी नलकूप का काम होने से कोई कार्यवाही नहीं हुई। किसानों ने बताया कि इस संबंध में कई बार नलकूप व विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात की गई लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात की तरह रहा। बताया जाता है कि जिला मुख्यालय पर विद्युत विभाग का स्टोर इंचार्ज भ्रष्ट एवं लालची प्रवृत्ति का है, किसी प्राइवेट नलकूप के ट्रांसफार्मर के खराब हो जाने पर 24 घंटे में किसान को ट्रांसफार्मर उपलब्ध करा दिया जाता है। अनुमान है कि यह काम उत्कोच के प्रभाव के कारण होता है लेकिन सरकारी नलकूप विभाग से कुछ न मिल पाने के कारण डेढ़ माह गुजर जाने के बावजूद तीनों नलकूपों के फुंके पड़े ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा पा रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया था नलकूपों अथवा किसी भी तरह के खराव हुए ट्रांसफार्मर 24 घंटे में बदले जाएंगे किंतु विभाग के अधिकारी/कर्मचारी सरकार के नियंत्रण से बाहर होने के कारण मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे, परिणाम स्वरूप किसानों को अपनी रवि फसल की बुवाई के विलंब होने की चिंता सता रही है।

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