जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बाली में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकातों का दौर भी जारी है। मंगलवार रात एक कार्यक्रम में चीनी राष्ट्रपति के साथ हाथ मिलाने के बाद आज सुबह प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की। इसके अलावा वह विश्व नेताओं के साथ ‘मैंग्रोव’ वन भी गये। जहां तक मोदी और बाइडन की मुलाकात की बात है तो आपको बता दें कि इस बैठक में दोनों नेताओं ने उभरती तकनीकों तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानि एआई सहित अन्य क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की स्थिति की समीक्षा की। इंडोनेशिया के बाली शहर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर बैठक के दौरान मोदी और बाइडन ने रूस-यूक्रेन युद्ध और उसके प्रभावों के बारे में भी चर्चा की। विदेश मंत्रालय के बयान में हालांकि सिर्फ यह कहा गया है कि दोनों नेताओं ने अपनी बैठक के दौरान मौजूदा वैश्विक एवं क्षेत्रीय घटनाक्रम पर चर्चा की। बयान के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने बाली में जी-20 नेताओं की शिखर बैठक से इतर मुलाकात की।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में निरंतर सहयोग करने के लिए राष्ट्रपति बाइडन का शुक्रिया अदा किया। बयान में कहा गया है, ‘‘उन्होंने विश्वास जताया कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान दोनों देश करीबी समन्वय जारी रखेंगे।’’ उधर, व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है कि बाइडन ने मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो से जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के शीर्ष मंच के तौर पर जी-20 के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता को जताना था। बयान में कहा गया है, ‘‘महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए, नेताओं ने सतत एवं समावेशी विकास को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से बड़ी अर्थव्यस्थाओं को साथ लाने में जी-20 की सामूहिक क्षमता प्रदर्शित करने पर भी चर्चा की। साथ ही, उन्होंने जलवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट तथा प्रौद्योगिकी परिवर्तन को बढ़ावा देने पर चर्चा की।’’ व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि बाइडन ने जी-20 की अध्यक्षता के लिए इंडोनेशिया की सराहना की और वह भारत की अध्यक्षता के तहत जी-20 के कार्य का समर्थन जारी रखने को लेकर उत्सुक हैं।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेताओं ने ‘क्वाड’ और ‘आई2यू2’ जैसे नये समूहों में भारत तथा अमेरिका के करीबी सहयोग पर संतोष जताया। हम आपको बता दें कि क्वाड समूह के सदस्य देश भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान हैं, जबकि आई2यू2 समूह में भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और इजराइल शामिल हैं। इस बीच, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मोदी-बाइडन मुलाकात को ‘उपयोगी’ बताया।
मोदी और बाइडन के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब कुछ ही दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के साथ कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह में आसियान शिखर बैठक से इतर मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मुद्दों, रूस-यूक्रेन युद्ध, ऊर्जा, जी-20 तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर चर्चा की थी। फरवरी में यूक्रेन संकट शुरू होने के बाद से, मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, दोनों से कई बार टेलीफोन पर बातचीत की है। मोदी ने चार अक्टूबर को जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत में कहा था कि यूक्रेन संकट का ‘‘कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता’’ और भारत शांति के किसी भी प्रयास में योगदान देने के लिए तैयार है। इसके अलावा, उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर में 16 सितंबर को पुतिन के साथ बैठक में, मोदी ने रूसी राष्ट्रपति को यह कहते हुए यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए प्रेरित किया था कि ‘‘आज का युग युद्ध का नहीं है।’’
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाली में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर बुधवार को कुछ वैश्विक नेताओं के साथ वहां के सबसे बड़े ‘मैंग्रोव’ वन ‘तमन हुतान राया नगुराह राय’ का दौरा किया और मैंग्रोव लगाए। ‘मैंग्रोव’ ऐसे पेड़ों या झाड़ियों को कहा जाता है, जो समुद्र तट के किनारे उगती हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मैंग्रोव की वैश्विक पर्यावरण संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। वन में रोपण के लिए प्रत्येक नेता को एक छोटा मैंग्रोव दिया गया, जिसे उन्होंने प्राप्त दिशा-निर्देशों के तहत लगाया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने इस दौरान मैंग्रोव पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि वन में 150 तरीके के मैंग्रोव हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन मैंग्रोव वन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ चलते नजर आए।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को जी-20 शिखर सम्मेलन के एक कार्यक्रम में हाथ मिलाया। सीमा गतिरोध को लेकर दोनों देशों के तनावपूर्ण संबंधों के बीच दोनों नेताओं की इस मुलाकात ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। प्रधानमंत्री ने कई अन्य नेताओं से भी मुलाकात की लेकिन सबसे ज्यादा चिनफिंग के साथ मुलाकात ने सबका ध्यान खींचा है। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और मेजबान देश इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो से भी मुलाकात की।