(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने शासन के निर्देशों के अनुपालन में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजनान्तर्गत विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेलों का आयोजन रबी, 2022 में किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य कृषकों के आय में वृद्धि, कृषि उत्पादन में स्थाई एवं नियमित वृद्धि, कृषकों का आर्थिक एवं सामाजिक उन्नयन, कृषकों में कल्याण कारी शासन का विश्वास उत्पन्न करना तथा किसानों के हितार्थ संचालित योजनाओं की जानकारी एवं लाभ कृषकों के द्वार पर उपलब्ध कराना होता है।
जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने बताया है कि किसान को लाभकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध होने पर यह नवीन तकनीक के साथ संतुलित खाद, उन्नत प्रमाणित बीज एवं अन्य कृषि निवेश का प्रयोग कर सकता है, जिसके फलस्वरूप कृषि की उत्पादकता में वृद्धि होगी। इन सभी बिंदुओं को दृष्टिगत रखते हुए 10 नवम्बर से 17 नवम्बर तक विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें विकास खण्ड अमावां, सतांव, खीरों में 10 नवम्बर को विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेला का आयोजन किया जा रहा है।
इसी प्रकार विकास खण्ड सरेनी, लालगंज डलमऊ में 11 नवम्बर को, विकास खण्ड दीनशाह गौरा, जगतपुर, ऊँचा हार में 14 नवम्बर, विकास खण्ड रोहनियां, सलोन, छतोह में 15 नवम्बर, विकास खण्ड डीह, हरचन्दपुर, बछरावां में 16 नवम्बर एवं विकास खण्ड शिवगढ़, महराजगंज में 17 नवम्बर को विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेलों का आयोजन किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि गोष्ठियों कृषि निवेश मेलों के आयोजन में कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केन्द्र, इफ्को, कृभकों, इण्डो- ग्ल्फ आदि उर्वरक निर्माता कम्पनियों के प्रतिनिधि विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहेंगे। उर्वरक कम्पनियां, बीज उत्पादक कंपनियां, कृषि रक्षा रसायन उत्पादक कंपनियां, कृषि विज्ञान केन्द्र तथा कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित समस्त विभाग अपना स्टाल लगाएंगे एवं एक पंजिका भी रखेंगे, जिसमें कृषकों द्वारा अपने सुझाव अंकित किये जायेंगे। कृषि निवेश मेलों में कृषि से सम्बन्धित सहयोगी विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से भाग लेंगे। यू.पी. एग्रो, बीज विकास निगम, कृषि उपकरण बनाने वाली कंपनियां स्प्रिंकलर, ड्रिप सिंचाई, सोलर पंप कंपनियां आदि भी अपने-अपने स्टाल लगायेंगे। साथ-साथ यू.पी. एग्रो, पी.सी.एफ., सहकारिता विभाग अपने निवेशों को बिक्री हेतु उपलब्ध करायेंगे। इसके साथ ही साथ विकास खण्ड स्तर पर आयोजित होने वाली गोष्ठियों कृषि निवेश मेलों में सम्बन्धित विकास खण्ड के निजी निवेश आपूर्तिकर्ता भी अपने से सम्बन्धित निवेशों को बिक्री हेतु उपलब्ध करायेंगे। जिन निवेशों पर अनुदान की सुविधा है, वह किसानों को अनुदान के रूप में उपलब्ध करायेंगे, इसके लिए जिला कृषि अधिकारी एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि इन गोष्ठियों कृषि निवेश मेलों में संबंधित विभागों द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के अन्तर्गत कृषकों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का प्रचार-प्रसार कराया जाये। किसानों की मौखिक एवं लिखित शिकायत प्राप्त की जाए तथा इसका विवरण शिकायत कक्ष में रखी गयी पंजिका में अंकित किया जाये। प्राप्त शिकायतों को सम्बन्धित विभाग के प्रमुख अधिकारी नियमानुसार निराकरण करेंगे। कृषि निवेश मेलों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। कृषि विभाग द्वारा चलायी जा रही आत्मा योजनान्तर्गत फार्म स्कूलों के एचीवर कृषकों की सह- भागिता सुनिश्चित की जाए ताकि गोष्ठियों कृषि निवेश मेलों में अपने अनुभवों को अन्य कृषकों के साथ बांट सकें। कृषकों द्वारा उठाये गये प्रश्नों तथा उनको दिये गये उत्तरों का संकलन किया जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि फसल अवशेष न जलाये जाने के विषय में मा0 राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण/शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के समादर में एक व्याख्यानध्वार्ता अनिवार्य रूप से रखा जाये। मेलों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत आक- स्मिक क्षतिपूर्ति हेतु एक व्याख्यान रखा जाए जिसमें ऋणी एवं गैर ऋणी कृषकों को इसके विषय में विस्तृत जानकारी दिया जाये। कृषि निवेश मेलों में प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलंबन योजना- न्तर्गत बेरोजगार कृषि स्नातकों द्वारा एग्री जंक्शन के बैनर तले उपलब्ध करायी जा रही समस्त सुविधाओं ‘‘वन स्टाफ शाप’’ के माध्यम से उच्च गुणवत्ता युक्त खाद, बीज, जैव, उर्वरक, माइक्रो न्यूट्रिएंट्स, वर्मीकम्पोस्ट, कीटनाशक सहित समस्त कृषि निवेशों के विषय में जानकारी दी जाये। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एवं प्रधानमंत्री श्रम मान धन योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
विकास खण्डों पर विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेला का आयोजन 10 से प्रारम्भ
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