लालगंज पहुंचे रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव

RAJNITIK BULLET
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(राममिलन शर्मा) लाल गंज रायबरेली। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर रेल कर्म चारियों ने रेल मंत्री का घेराव किया। एमसीएफ में तैयार इकोनामी कोच का उद्घाटन महिला सफाई कर्मियों से कराकर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के साथ कार्य करने का इरादा जाहिर किया और रेल कोच के मंच से घोषणा करते हुए कहा कि बंदे भारत ट्रेन के कोच रायबरेली एम सीएफ में ही बनेंगे। एमसीएफ में वंदे भारत कोच के निर्माण की बात कह कर रेल मंत्री ने कर्मचारियों में जोश भर दिया। रेल कर्मचारियों ने भी रेल मंत्री की घोषणा का जोरदार स्वागत किया, हालां कि रेलमंत्री के रवाना होने के समय पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर कर्मचारियों ने रेल मंत्री को घेर लिया। रेल मंत्री को उनकी बातों को सुनना पड़ा और आरपीएफ पुलिस ने उनको किसी तरह कर्मचारियों के बीच से निकालकर गाड़ी में बैठाकर रवाना किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल कोच के बोगी शाप, शैलशाप, फर्निशिंग शाप सहित अन्य कोच निर्माण के विभागों का निरीक्षण करने के बाद इकोनामिक कोच के डिब्बों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अपने एमसीएफ दौरे में रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश में रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए 93 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत किया है। सभी सिंगल लाइनों को डबल लाइन करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ब्राड गेज को मीटर गेज में बदलने के निर्देश दिए गए हैं। पूर्ववर्ती सरकारंे जहां 1000 करोड़ रुपए उत्तर प्रदेश मंे रेल विकास को लेकर देती थी वही मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए सबसे अधिक बजट जारी कर रेलवे को मजबूत करने का कार्य किया है।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेलवे से भावनात्मक जुड़ाव रहा है। प्रधानमंत्री ने रेलवे को नई ऊंचाई दी है। 10 वर्ष पूर्व की सरकारों के द्वारा रेलवे को अनदेखा किया जाता था। उन्होंने रायबरेली की सांसद पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल भाषण बाजी होती थी। 2014 में जैसे ही मोदी सरकार आई उसने रेल का बजट दोगुना करते हुए 80000 करोड़ रुपए कर दिया था। इस वर्ष मोदी सरकार ने रेलवे का बजट 1 लाख 37 हजार करोड रुपए का रखा है जिसके जरिए पूरे भारत में रेलवे का आधुनिकी करण किया जा रहा है। पहले की सरकारों में 1 दिन में 4 किलोमीटर पटरी बनाने का कार्य होता था आज मोदी सरकार के समय 1 दिन में 12 किलोमीटर रेल पटरी का निर्माण हो रहा है। यह मोदी का भावनात्मक जुड़ाव और मेक इन इंडिया की दिशा में बढ़ता हुआ रेलवे का कार्य सभी को दिखाई पड़ रहा है। बनारस, रायबरेली, कपूर- थला, चेन्नई सहित सभी रेल कोच कारखानों के आधुनिकीकरण के लिए पैसा स्वीकृत है। रायबरेली रेल कोच कारखाने को भी बंदे भारत के निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। अप्रैल में वंदे भारत कोच बनकर रायबरेली एमसीएफ से निकलेंगे। वंदे भारत कोच के लिए पिछली 14 अक्टूबर को टेंडर भी खुल चुके हैं। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि एमसीएफ रायबरेली के बने कोच विश्व में हिंदुस्तान का नाम रोशन करेंगे। रेल मंत्री ने रेल कोच कारखाने के निगमीकरण को पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि अब किसी भी कारखाने का निगमीकरण नहीं होगा लेकिन उन्होंने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। इस अवसर पर उनके साथ उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह सहित रेल कोच के महाप्रबंधक एस एस कलसी भी मौजूद रहे।

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