(गुणेेशराय) श्रावस्ती। जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने प्रातःकाल से ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरन्तर भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ राहत शिविरों में जाकर बाढ़ पीड़ितो एवं उनके परिवारों तथा नन्हे- मुन्ने बच्चों व बुजुर्गों में बिस्किट वितरित किया और उनका कुशलक्षेम भी जाना। इसके अतिरिक्त जिला- द्दिकारी ने विकास खण्ड जमुनहा के अन्तर्गत ग्राम बहोरवा, हरिहरपुर महाराज नगर, पिपरहवा, राप्ती नदी स्थित उलटहवा पुल, लक्ष्मणपुर स्थित राप्ती बैराज, विकास खण्ड हरिहरपुर रानी के अन्तर्गत भंगहा मोड़ स्थित तिलकपुर गांव एवं बांध सहित अन्य तहसीलों के गांवों का निरीक्षण कर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होने बाढ़ प्रभावित गांवों एवं राहत शिविरों में बसे ग्राम वासियों, बाढ़ पीड़ितों, उनके परिवारों, महिलाओं एवं बच्चों से मिलकर सीधा संवाद किया, और उनका दुःख दर्द सुना तथा हर सम्भव मदद प्रदान करने का भरोसा दिया।
जिलाधिकारी ने राहत एवं बचाव कार्य मे तेजी लाने हेतु उपजिलाधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये है। उन्होने निर्देश दिया कि जिन गाँवो में बाढ़ का पानी पहुँच गया है, उन गाँवो के बाढ़ पीड़ितों को तत्काल एन0डी0आर0 एफ0/फ्लड पी0ए0सी0 टीम मदद से बाहर निकाल कर राहत शिविर में भेजा जाय। उन्होने निर्देश दिया कि किसी भी बाढ़ पीड़ित या उनके परिवारों को कोई दिक्कत न होने पावे, इसका राहत और बचाव कार्य मे लगे अधिकारीगण विशेष ध्यान रखें। राहत शिविरों में उनके भोजन की समय समय पर व्यवस्था दुरुस्त रखी जाय।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को बाढ़ पीड़ितों उनके परिवार के स्वास्थ्य की देखभाल हेतु मुकम्मल व्यवस्था निरन्तर बनाये रखने हेतु निर्देशित किया।
उन्होने निर्देश दिया कि राहत शिविरों/बाढ़ चैकियों पर मेडिकल टीम मुस्तैद रहे, तथा मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा निरन्तर भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों की देखभाल करते रहे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि ग्राम स्तर पर जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आशा एवं आशा संगिनी तैनात है वे अपने गाँव मे ध्यान रखे कि यदि किसी गर्भवती महिला को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाना है तो उन्हें अस्पताल भेजकर तत्काल सुविधा मुहैया कराए।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले की तीनांे तहसीलों में एन0डी0आर0एफ0/फ्लड पी0ए0सी0 की टीमों द्वारा युद्धस्तर पर मोटर बोट एवं नावों से राहत एवं बचाव कार्य जारी है। बाढ़ आपदा के समय धैर्य एवं संयम बरतने की जरूरत होती है। इसलिए सभी लोग धैर्य एवं संयम से स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित करें अपने गाँव और पास पड़ोस वालो को भी धैर्य एवं संयम बरतने के लिए प्रेरित करें, और सुरक्षा के दृष्टिकोण से यदि पानी बढ़ता है तो बाढ़ पीड़ितों हेतु स्थापित आश्रय स्थल में जाएं, और अपने पशुओं/जानवरों को भी सुरक्षित करें। इसके अतिरिक्त जिले के बाढ़ राहत शिविरों एवं आश्रय स्थलों पर पशुओं का टीकाकरण भी कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने सभी बाढ़ चैकी प्रभारियों एवं राहत एवं बचाव कार्य मे लगे अद्दि- कारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखने के निर्देश दिए है, ताकि बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत और सहायता प्रदान की जा सके। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि जिले का कोई भी बाढ़ पीड़ित व उनका परिवार भूखे न रहने पावे इसका ध्यान रखा जाय और उन्हें समय से भोजन मुहैया कराया जाय।
जिलाधिकारी ने जनप- दवासियों से अपील करते हुए कहा है कि जिले में बाढ़ के मद्देनजर जनपदवासी सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात बरतें और सुरक्षित रहे। उन्होंने बताया है कि बाढ़ बारिश आपदाओं के प्रबंधन एवं सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान हेतु जिलाधिकारी कार्यालय में कंट्रोलरूम की स्थापना की गई है, जिसका नम्बर-8429321551 एवं 7395045570 है, जो चैबीसों घंटे संचालित रहेगा। इस नम्बर पर फोन कर बाढ़/ वर्षा/सहायता से सम्बंधित सूचना दी जा सकती है। इसके अलावा पुलिस कन्ट्रोलरूम पर 9454417380 व 6390593450 पर भी सूचना दी जा सकती है। जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा लोग अपने क्षेत्र के तहसीलदार के नंबर पर भी फोन कर सूचित कर सकते हैं, उन्होंने बताया है कि क्रमशः तहसीलदार भिनगा का मोबाइल नम्बर- 9454416092, तहसीलदार इकौना का मोबाइल नंबर- 9454416093 एवं तहसील दार जमुनहा का मोबाइल नंबर- 9454416095 है।
जिलाधिकारी के बाढ़ क्षेत्रों का जायजा लेने के दौरान सम्बन्धित उपजिलाधिकारी गण तथा राहत एवं बचाव कार्य में लगे अधिकारी /कर्मचारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने राहत शिविर में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों एवं बच्चों को वितरित किये बिस्किट, जाना उनका कुशल क्षेम
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