निगुण भारत मिशन के अन्तर्गत विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराना और हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ना है मुख्य लक्ष्य -जिलाधिकारी

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(गुणेश राय) श्रावस्ती। प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी ने 19 जुलाई से इसी जनपद से ही ’’स्कूल चलो अभियान’’ का शुभारम्भ किया था, जो बहुत ही गौरव की बात है। अशिक्षा देश के विकास में बाधक रही है। शत-प्रतिशत लोगों को शिक्षित किये बिना सम्पूर्ण समाज की विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। इसी उद्देश्य से देश एंव प्रदेश की सरकार हर बच्चे को शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार द्वारा विद्यालयों में छात्र-छात्राओं हेतु सभी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है। इसलिए जनपद वासियों से अपील की है कि वे अपने बेटे-बेटियों को बिना भेदभाव के स्कूल जरूर भेंजे, और घर में भी बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करें, ताकि जिले के बच्चे पढ़-लिखकर अपना भविष्य संवार सके।
उक्त विचार जिलाधिकारी द्वारा गोद लिए स्कूल जूनियर हाईस्कूल भिनगा में आयोजित निपुण भारत मिशन कार्यक्रम के अवसर पर अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने व्यक्त किया। उन्होने कहा कि वर्ष 2026-27 तक प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने तथा कक्षा-3 तक सभी बच्चों में पढ़ने-लिखने और संख्या ज्ञान में ग्रेड स्तर की अपेक्षित योग्यता प्राप्त करने के उद्देश्य से शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ’’निपुण भारत अभियान’’ प्रारम्भ किया गया है। यह मिशन प्रेरणा फेज-2 के नाम से भी जाना जाता है। निपुण भारत अभियान के अन्तर्गत बालवाटिका (प्री-प्राइमरी), कक्षा-1, कक्षा-2 एवं कक्षा 3 में अध्ययनरत बच्चों को दक्ष बनाना ही मुख्य उद्देश्य है।
उन्होने जनपद के सभी अभिभावकों से अनुरोध किया है कि 2026-27 तक निपुण भारत के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय में भेजें। यह निपुण भारत का संदेश जन-जन तक पहुँचाने हेतु यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से भी मुलाकात की तथा उन्हें मन लगाकर पढ़ाई करने हेतु प्रेरित किया। उन्होने कहा कि जिले में साक्षरता की दर में अब वृद्धि हुई है। अभी विगत दिनों भारतवर्ष के महत्वाकांक्षी जनपदों में से जनपद श्रावस्ती को शिक्षा के क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जो गौरव की बात है। इसलिए जिले की साक्षरता दर में गुणात्मक सुधार के लिए जनपदवासी यह संकल्प लें कि वह बिना भेदभाव के हर बच्चे को शिक्षित करेगें, ताकि जिले की साक्षरता दर में और वृद्धि हो, और जिले में विकास का पहिया आगे बढ़ता जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के अन्तर्गत निपुण भारत मिशन का शुभारम्भ किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य वर्ष 2026-27 तक कक्षा-3 तक के बच्चों को पढ़ने एवं संख्या ज्ञान में दक्ष बनाना है। तथा बाल वाटिका के माध्यम से कक्षा-3 तक के बच्चों के लिए निपुण लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होने कहा कि बच्चों का भविष्य संवारना गुरूजनों का दायित्व है, इसलिए वे दायित्व बोध समझकर बच्चों को बेहतर शिक्षा दें और उनके भविष्य को संवारें। विद्यालय में छात्र-छात्राओं को पेयजल हेतु इंडियन बैंक एवं एक्शन एड संस्था द्वारा लगवाया गया आर0ओ0 (वाटर प्यूरिफायर) का फीता काटकर शुभारम्भ किया गया, ताकि विद्यालय में बच्चों को स्वच्छ पेयजल मिल सके।
कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक अजीत उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम के अन्त में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किय कार्यक्रम सम्पन्न होने के उपरान्त जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने विद्यालय का निरीक्षण कर जायजा लिया। और छात्र- छात्राओं को स्कूल में सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधाएं समय से मुहैया कराते रहने का निर्देश दिया। इस अवसर पर अग्रणी बैंक प्रबन्धक जितेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, खण्ड शिक्षा अधिकारी अमित कुमार, एक्शन एड संस्था के प्रतिनिधि तारिक अहमद, गुलिस्तां आरा सहित विद्यालय के अध्यापक/अध्यापिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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