श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी में पर्यटकों की आमद बढ़ी

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(संतोष उपाध्याय) वारा णसी। काशी में आस्था की डुबकी लगाने के साथ अब आप गंगा में रोमांच का भी आनंद ले सकते। वाराणसी में वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स को गंगा में नया मैदान मिला है। जिसके लिए पहले आप को गोवा, उत्तराखंड, हिमांचल या विदेश जाना पड़ता था, लेकिन अब आप काशी के घाटों पर इसका लुत्फ उठा सकेंगे। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी में पर्यटकों की आमद तेजी से बढ़ रही है। जिससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिल रहा है। वाराणसी में इन दिनों वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स लोगांे को खूब भा रहा है।
वाराणसी के अस्सी घाट के उस पार रेत पर वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स का पर्यटक और स्थानीय लोग खूब आनंद ले रहे है। पर्यटक गंगा की लहरों से भी तेज रफ्तार से चलती हाई स्पीड स्कूटर बोट व हाई स्पीड बोट का लुत्फ ले रहे है। आकाश में उड़ते पैरामोटर और बोट पैरासिलिंग से घाटों और गंगा का नजारा अद्भुत दीखता है। बनाना राइड जो पानी में तेज रफ्तार से चलते-चलते गोते भी लगवा देता हैं। जेट स्की, बम्पी राइड के अलावा डेजर्ट राइड जैसे कई स्पोर्ट्स के साधन है जिससे स्पोर्ट्स एडवेंचर करने वाले भी काफी रोमांचित हो रहें हैं। साथ ही पर्यटकों में भी काफी उत्साह हैं। वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स संचालक सुनील शर्मा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। सुनील का कहना है कि सड़को की अच्छी कनेक्टि- विटी, रिंग रोड, गंगा का प्रदुषण मुक्त, घाटों का साफ- सुथरा होना व्यवस्थिक पार्किंग, नमो घाट (खिड़- किया घाट) का निर्माण समेत चतुर्दिक विकास के चलते पर्यटकों की आमद बढ़ी है, जिससे गंगा के किनारे रहने वाले और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को लाभ मिल रहा है। काशी धर्म और संस्कृति की नगरी मानी जाती हैं, जिसके कारण यहाँ द्दार्मिक पर्यटन की अधिकता हैं। सात समुंदर पार से हजारो विदेशी नागरिक भी यहाँ की संस्कृति और अध्यात्म को जानने आते हैं, ऐसे में धर्म और संस्कृति के साथ-साथ गंगा की लहरों से वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स रोमांच कराने की कोशिश कर रहा हैं। गंगा के लहरों के साथ खेलने वाली ये अठखेलियां, वाकई बनारस में आने वाले पर्यटकों के लिए नया एहसास है।

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