सीडीओ ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दिये उचित दिशा निर्देश

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(विवेक कुमार) रायबरेली 18 अप्रैल। मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार ने जिला पंचायत राज अधिकारी व अधिशाषी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित निदान हेतु निर्देश दिये है कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी गर्मी की भीषणता, बढ़ते तापमान एवं गिरतें भू जल स्तर के कारण कई स्थानों पर पेयजल की गम्भीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धतध्आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने की अपरिहार्यता को दृष्टिगत रखते हुये वर्तमान में अधिष्ठापित इण्डिया मार्क- द्वितीय हैण्डपम्प एवं पाइप पेयजल योजनाओं के क्रियाशील बनाये रखने की नितान्त आवश्यकता है, जिससे ग्रामीण जनता को स्वच्छ एंव शुद्ध पेयजल सतत् रूप से उपलब्ध हो सके। उक्त परिस्थितियों से सम्बन्धित कारणों एवं समस्याओं का तत्काल प्रभावी ढंग से निराकरण किया जाना नितान्त आवश्यक है, ताकि जनसामान्य को पेयजल की उपलब्धता सतत रूप से बनी रहें। इस कार्य के लिये आपके फील्ड स्तरीय अधिकारियों को न केवल दक्षता एवं कुशलता के साथ कार्य करना है, वरन जनसामान्य की पेयजल की आवश्यकता के प्रति सजग एवं संवेदनशील रहने की नितांत आवश्यकता है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में खराब पड़े इण्डिया मार्क हैण्डपम्पों में से जिन हैण्डपम्पों को सामान्य मरम्मत द्वारा क्रियाशील कराया जा सकता है, उन्हें तीन दिवस के अन्दर ठीक कराया जाये। पर्याप्त संख्या में प्याऊ की व्यवस्था करायी जाये तथा सभी सरकारी परिसरों यथा तहसील, थाना, अस्पताल इत्यादि में घड़े/प्याऊ रखवाकर अथवा अन्य व्यवस्था कराकर पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये तथा हैण्डपम्प के साथ चरही भी बनवायी जाये तकनीकी परीक्षण में जिन हैण्डपम्पों का रिबोर कराया जाना अपरिहार्य पाया जाता है, उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा नियमानुसार यथाशीघ्र रिबोर कराकर क्रियाशील कराया जाये, जिससे पेयजल की समस्या उत्पन्न न होने पायें। ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप पेयजल योजनाओं से जलापूर्ति से सम्बन्धित सभी टंकियों की तत्काल सफाई करवाकर उन्हें क्रियाशील रखते हुये स्वच्छ जल की आपूर्ति करायी जाये। पाइपलाइन के जरिये हो रही जलापूर्ति के दौरान कई स्थानों पर वाटर लीकेज होने से बहुमूल्य पेयजल बर्बाद होता है, जिसके कारण समुचित जलापूर्ति ग्राम में नहीं हो पाती है, जिसे तत्काल रोकने के प्रभावी उपाय अधि0 अभि0 उ0प्र0 जल निगम (ग्रामीण) द्वारा किये जाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिये है कि जनपद में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या के त्वरित निदान हेतु खण्ड स्तरीय प्रशासनिक मशीनरी को 24 घण्टे अलर्ट रखा जाए ताकि पेयजल की समस्या का त्वरित समाधान हो सके। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या की सूचना ग्रामीण जनता से प्राप्त कर लें एवं प्राप्त सूचना के आधार पर पेयजल समस्या के त्वरित समाधान सुनिश्चित पंचायत राज अधिकारी, रायबरेली को नोडल अधिकारी नामित किया जाता है जो अपने कार्यालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना कराते हुए कंट्रोल रूम का नम्बर अनिवार्य रूप से तहसीलों/ विकास खण्डों/ग्राम पंचायतों में प्रसारित किये जायें। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिष्ठापित सभी खराब हैंडपंप तत्काल ठीक करा दिये जायें। पर्याप्त संख्या में प्याऊ की व्यवस्था करायी जाये तथा सभी सरकारी परिसरों यथा- कलेक्ट्रेट, तहसील, थाना, अस्पताल एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों इत्यादित में घड़े/प्याऊ रखवाकर अथवा अन्य व्यवस्था कराकर पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि घड़े/प्याऊ की यह व्यवस्था जनसामान्य को सुलभ रूप से उपलब्ध हो। ग्रामीण क्षेत्रों में हैण्डपम्प के साथ चरही भी बनवायी जाये, जिससे पशुओं के लिए भी पेयजल की समुचित व्यवस्था हो सके। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिंग सम्बन्धी नियमों का पालन भी किया जाये। उक्त निर्देशों का सर्वोच्च प्राथमिकता पर कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करते हुये समयान्तर्गत कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो। उक्त निर्देश समस्त ग्राम पंचायतों में भी प्रसारित कराना सुनिश्चित करें।

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