क्राइम ब्रांच ने 32 से अधिक कर्मचारियों, 6 नर्सों, उनके रिश्तेदारों और संपर्कों का गहन विश्लेषण किया। उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी डेटा के साथ सभी विवरणों की बारीकी से जांच की गई। पुलिस टीम ने तकनीकी विश्लेषण की मदद से 2 संदिग्धों को काबू किया।
आरोपी नर्स अपर्णा दिल्ली में अमृता शेरगिल मार्ग स्थित उनके आवास पर आनंद आहूजा की दादी की केयरटेकर के तौर पर कार्यरत थी। इस अवधि के दौरान, उसने एक अलमारी में आभूषण और नकदी देखी। उसने इस बारे में अपने पति नरेश कुमार को बताया और उन्होंने जेवर और नकदी चोरी करने की साजिश रची। नरेश ने उसे समय-समय पर गहने चोरी करने के लिए कहा ताकि उस पर तुरंत ध्यान न दिया जा सके।
योजना के मुताबिक वह रात में पीड़िता को सेडेटिव टैबलेट देकर जेवर चुरा लेती थी। जब भी मौका मिला 10-11 महीने के अंतराल में आभूषण और नकदी चोरी हो गई। वह उसे नरेश कुमार को सौंप देती थी, जो उन्हें विभिन्न ज्वैलर्स और अन्य व्यक्तियों को बेच देता था।