राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में बंद एक किशोर कैदी ने अपने सहयोगी की मदद से होमगार्ड को घायल कर भागने का प्रयास किया

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(मो. रिजवान) प्रयागराज। प्रयागराज खुल्दाबाद के राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में बंद एक किशोर कैदी ने अपने सहयोगी की मदद से होमगार्ड को घायल कर भागने का प्रयास किया। दोनों ने 14 फरवरी सोमवार को कोल्विन अस्पताल के पास होमगार्ड पर पिस्तौल की बट से हमला किया। होमगार्ड ने घायल होने के बावजूद उनमें से एक को पकड़ लिया जबकि दूसरे को भी पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से पकड़ लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह के अधिकारियों और कर्मचारियों की फरारी में भूमिका की जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है। जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ जिले के निवासी एक नाबालिग को पिछले साल प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली क्षेत्र में हत्या के मामले में खुल्दाबाद के किशोर गृह में रखा गया था। सोमवार को होमगार्ड सुरेंद्र शुक्ला व अन्य स्टाफ संजीव ने पेट दर्द की शिकायत पर नाबालिग अपराधी को कोल्विन अस्पताल पहुंचाया। हत्याकांड के नाबालिग आरोपी को लेकर होमगार्ड शुक्ला अस्पताल से बाहर आ रहा था कि तभी उसका सहयोगी मौके पर पहुंचा और शुक्ला को बंदूक की नोक पर ले गया और नाबालिग अपराधी के हाथ छुड़ाने की बात कही। मना करने पर उसने शुक्ला के सिर पर पिस्टल बट से वार कर दिया। हत्या के नाबालिग आरोपी और उसके सहयोगी ने फिर बाइक पर सवार होकर भागने का प्रयास किया। हालांकि, शुक्ला ने घायल होने के बावजूद उनका पीछा किया और बाइक को धक्का दे दिया। नाबालिग अपराधी मौके से फरार हो गया लेकिन शुक्ला ने उसे बचाने आए अपने सहयोगी को पकड़ लिया। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लापता नाबालिग की तलाश शुरू की। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से नाबालिग अपराधी को एक घंटे के बाद ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया।
होमगार्ड सुरेंद्र शुक्ला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि पुलिस ने जल्द ही दोनों नाबालिग अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग हत्या के आरोपी का सहयोगी कौशांबी का रहने वाला है और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास सहित आठ मामले दर्ज हैं। इनके पास से एक देशी पिस्टल और एक बाइक बरामद हुई है। जेजे एक्ट के नियमों के अनुसार दोनों से पूछताछ की गई, जिससे पता चला कि घटना में किशोर गृह के कार्यवाहक और कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध थी। जांच के बाद किशोर गृह के कर्मचारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किशोर गृहों में नाबालिग अपराधियों की मदद करने में शामिल नेटवर्क की जांच और पता लगाने के लिए चार पुलिस टीमों का गठन किया गया है। प्राथमिक जांच से पता चलता है कि जुवेनाइल होम में दर्ज नाबालिग अपराधी बाहर अपने सहयोगियों से बात करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग कर रहे हैं। एसएसपी ने कहा कि दोनों अपराधियों की सही उम्र भी निर्धारित की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि नाबालिग हत्याकांड के आरोपी का सहयोगी कौशांबी का रहने वाला है और एक दिन पहले ही किशोर गृह से छूटा था। पुलिस टीमों ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और जिला प्रोबेशनरी अधिकारी के साथ राजकीय बाल संप्रेक्षण ग्रह में चेकिंग की तो कार्यवाहक आशीष पटेल के दराज से एक मोबाइल मिला। कॉल डिटेल्स से पता चला कि हत्या के नाबालिग आरोपी ने अपने सहयोगी से बात करने और भागने की योजना बनाने के लिए उसी फोन का इस्तेमाल किया। योजना के अनुसार उसने सोमवार को बीमार होने का नाटक किया और उसे होमगार्ड के साथ कोल्विन अस्पताल भेजा गया।

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