चंद्रभानु गुप्त कृषि महाविद्यालय उपलब्ध कराएगा क्षेत्रा के लिए तकनीकी कृषि पद्धति

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(सौरभ श्रीवास्तव) लखनऊ। बख्शी का तालाब स्थित चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने कृषि शोध को बढ़ावा देने के लिए पहल शुरू की है। कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो गजेंद्र सिंह का कहना हैं की लखनऊ में मंडियां नजदीक होने के कारण यहां पर सब्जी फसले, मशरूम की खेती, पशुपालन की बहुत संभावनाएं हैं, साथ में उन्नतशील प्रजातियों के बीज की बहुत आवश्यकता है उन्होंने बताया कि इस वर्ष कृषि फार्म पर कृषि शोध को बढ़ावा देने के लिए गेहूं, सरसों, मसूर की उन्नतशील प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है अगले वर्ष फार्म हाउस पर बीज उत्पादन का कार्य किया जाएगा जिससे लखनऊ जिले के किसान इससे अवश्य लाभान्वित होंगे और किसानों की आय बढ़ेगी। कृषि महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यहां पर प्रतिदिन क्षेत्र के किसान अन्य जिलों के किसान के साथ साथ लखनऊ विश्वविद्यालय, कानपुर विश्वविद्यालय तथा कई महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग से अधिकारी परियोजनाओ को विजिट करने आते हैं। महाविद्यालय के शोध छात्रों के साथ आज नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय फैजाबाद के शस्य विज्ञान के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष प्रो एन बी सिंह ने विजिट किया और बताया कि बख्शी का तालाब क्षेत्र में ऐसी परियोजनाओं की आज बहुत आवश्यकता है उन्होंने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा किए जा रहे शोध की प्रशंसा की और कहा यह बहुत ही अच्छी परियोजनाएं हैं इनसे किसान अधिक लाभान्वित होंगे, उन्होंने बताया कि बरबरी बकरी पालन, मत्स्य पालन मधुमक्खी पालन एवं मशरूम की खेती कि आज अधिक आवश्यकता है इससे और अधिक प्रभावशाली बनाने की आवश्यकता है। महाविद्यालय के निदेशक प्रो योगेश कुमार शर्मा प्रशासनिक अधिकारी शिवमंगल चैरसिया ने बताया कि महाविद्यालय में जो परियोजनाएं चल रही हैं उससे क्षेत्र के किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

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