एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने लामबंद होकर डीएम को सौंपा ज्ञापन
(मो. हबीब) ललितपुर। नगर पालिका परिषद में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार फैले होने एवं वित्तीय अनियमित्ताओं को बरते जाने के गंभीर आरोप लगाते हुये एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने लामबंद होकर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बताया कि नगर पालिका परिषद में लगातार शासनादेशों एवं अधिनियमों का उल्लघंन करते हुये भ्रष्टाचार कर मनमाने तरीके से कार्य किये जा रहे है, जिससे नगर में नगर पालिका की छवि पूरी तरह धूमिल हो चुकी है।
पार्षदों ने डीएम को भेजे ज्ञापन में बिन्दुवार बताया कि पन्द्रहवें वित्त से कार्य कराये जाने हेतु सूची जो कि प्रशासन के पास भेजी गयी है उसमें मनमर्जी से कार्य भेजे गये है, जिसमें हम पार्षदों से न तो राय ली गयी और न ही हम लोगों के वार्डों के कार्य भेजे गये है। पार्षदों ने सभी वार्डो से अति आवश्यक प्रस्ताव लेते हुये कार्यो की स्वीकृति किये जाने, नगर पालिका परिषद के कार्यो में गति लाने के लिए पार्षदो द्वारा बहुमत पर बोर्ड प्रस्ताव के द्वारा अधिनियम के अन्तर्गत समितियों का गठन किया गया था जिस पर अध्यक्ष द्वारा मनमानते तरीके से पत्र जारी कर क्रियान्वन पर रोक लगा दी है समितियों के क्रियानवन पर लगी रोक को हटाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की मांग उठायी। शासनादेश एवं अधिनियम का उल्लंघन करते हुए लगातार बोर्ड मीटिंग महिनों नही बुलायी जाती है बोर्ड मीटिंग की पार्षदों द्वारा मांग करने पर मनमाने तरीके से पत्र जारी कर बोर्ड मीटिंग नही कराये जाने की सूचना दी जाती है। शासनादेश एवं अधिनियम के अनुसार प्रतिमाह बोर्ड बैठक कराये जाने की मांग उठायी। नगर पालिका परिषद में वर्तमान में सफाई, विद्युत एवं हैण्डपम्प रिपेंरिंग की व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त है एवं मनमाते तरीके से कार्य कराये जा रहे है जिससे ललितपुर नगर में नगर पालिका परिषद, नगर पालिका पार्षदों एवं जिला प्रशासन की छति खराब हो रही है। पूर्व में तत्कालीन जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह द्वारा एस.डी.एम. सदर गजल भारद्वाज (आई.ए.एस.) से नगर पालिका में फैले भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं एवं नपाध्यक्ष और उनके पति की मनमाते पूर्ण रवैयें की जाँच करायी थी जिसमें उन्हें पूर्ण रूप से दोषी पाया गया था। किन्तु जिलाधिकारी के स्थानान्तरण के उपरान्त कोई कार्यवाही नहीं किये जाने के कारण उनके हौंसले बुलन्द है और वह लगातार पूर्व की भांति भ्रष्टाचार एवं मनमानी किये जा रहे है। ऐसी स्थिति में हम 16 पार्षदों द्वारा समस्याओं का समाधान न होने पर अपना इस्तीफा दिये जाने का पत्र भी अधिशासी अधिकारी को दिया था। बावजूद हमारी वार्डो की समस्याओं का कोई निराकरण नहीं किया गया ऐसी स्थिति में हम सभी पार्षद काफी क्षुब्द एवं दुखी है। पार्षदों ने डीएम से उक्त गम्भीर समस्याओं का निराकरण करने हेतु आवश्यक कार्यवाही अमल में लाये जाने की अपेक्षा की है। ज्ञापन देते समय पार्षद भारत भूषण चैरसिया, रामवती, अनुराग जैन शैलू, कृष्ण कुमार पंथी, आलोक मयूर, कुंजलता, जगभान कुशवाहा, अफजुल रहमान, शिवानी पाठक, हरीओम कुशवाहा, नाजिया रजा, मंजू, रामबाबू यादव आदि मौजूद रहे।
नगर पालिका परिषद में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार
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